मुंबई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा गुजरात में दिए गए बी-टीम वाले बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ए टीम और बी टीम सिर्फ कांग्रेस में ही नहीं, बल्कि बाकी पार्टियों में भी होती हैं।
संजय राउत ने कहा, कि जो लोग पार्टी में बैठकर अंदरखाने बीजेपी से मिले रहते हैं, वे सिर्फ कांग्रेस में ही नहीं, बल्कि अन्य पार्टियों में भी मौजूद हैं। अगर राहुल गांधी ने ऐसे लोगों को बाहर करने का फैसला लिया है, तो मैं इसका स्वागत करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि कई लोग पार्टी में रहते हुए चुपचाप गद्दारी करते हैं, जिन्हें नमक हराम कहा जाता है। उन्होंने शिवसेना का उदाहरण देते हुए कहा, हमारे यहां एकनाथ शिंदे और उनके 40 लोग दो साल तक बीजेपी का एजेंडा चलाते रहे और फिर खुलेआम चले गए। उन्होंने कहा कि यह तो अच्छा ही हुआ, क्योंकि अब हम अपने ही घर में आजाद हो गए हैं। संजय राउत ने कहा कि पार्टी के भीतर रहकर धोखा देना उसी तरह है जैसे कोई देश में रहते हुए किसी विदेशी ताकत के लिए काम करता है। उन्होंने आरएसएस के प्रदीप कुरुलकर का उदाहरण दिया और कहा, कि जो डीआरडीओ में रहकर पाकिस्तान के लिए काम कर रहा था, ऐसे लोग हर जगह होते हैं। 


आखिर क्या कहा था राहुल गांधी ने 
दरअसल शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में राहुल गांधी ने बड़ा बयान देते हुए कहा, मैं कांग्रेस पार्टी का सदस्य हूं और मैं स्टेज से कहना चाहता हूं कि गुजरात को कांग्रेस पार्टी सही दिशा नहीं दिखा पा रही है। उन्होंने कांग्रेस के भीतर दो तरह के लोगों का जिक्र करते हुए कहा, पहले वो जो जनता के साथ खड़े हैं और जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है। दूसरे वो जो जनता से कटे हुए हैं और जिनमें से आधे बीजेपी से मिले हुए हैं। राहुल गांधी ने कहा, जब तक इन दोनों समूहों को अलग नहीं किया जाता, तब तक गुजरात की जनता कांग्रेस पर विश्वास नहीं कर सकती। गुजरात की जनता विकल्प चाहती है, बी-टीम नहीं चाहती। हमारी जिम्मेदारी इन दो ग्रुप्स को छांटने की है। हमारे पास बब्बर शेर हैं, लेकिन उनके पीछे से चेन लगी हुई है। सब पीछे से बंधे हुए हैं।
राहुल गांधी के इस बयान पर कांग्रेस ही नहीं अन्य पार्टियों में भी राजनीतिक चर्चा आम हो गई है। संजय राउत ने उनके बयान और फैसले को सही बताया है और कहा कि यह कदम कांग्रेस और अन्य पार्टियों में स्वच्छ राजनीति को बढ़ावा देने वाला साबित हो सकता है।