जोरबाग के कर्बला मैदान में मोहर्रम का रंग: तैयारियां अंतिम चरण में, लोगों का आना जारी
नई दिल्ली :राजधानी दिल्ली के दक्षिणी इलाके जोरबाग स्थित ऐतिहासिक कर्बला मैदान में मोहर्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर है. हर साल की तरह इस बार भी मोहर्रम की दसवीं तारीख यानी अशूरा के दिन यहां ताजिया दफनाने का आयोजन किया जाएगा.धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानी की याद में इस दिन ताजिया निकाली जाती है.
कर्बला मैदान में विभिन्न इलाकों से आने वाले ताजियों को दफनाने के लिए बड़े-बड़े गड्ढे खोदे जा रहे हैं. इस मौके पर यहां मेले का भी आयोजन होता है, जिसे देखने और धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ देश-विदेश से भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं.
आयोजन समिति ने किया मोहर्रम को लेकर विशेष प्रबंध :आयोजन समिति के पदाधिकारी ने बताया कि कर्बला, मस्जिद और मजार परिसर में मोहर्रम को लेकर विशेष प्रबंध किए गए हैं उन्होंने कहा, हर साल की तरह इस बार भी यहां रोजाना मजलिस सुनने पहुंच रहे हैं.देश-विदेश से आए लोगों के लिए रहने और भोजन की विशेष व्यवस्था की गई है.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम,सीसीटीवी कैमरों से लैस : उन्होंने बताया कि आयोजन स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस की निगरानी में पूरा इलाका सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है. साथ ही भीड़ प्रबंधन के लिए ट्रैफिक पुलिस की टीमें भी तैनात रहेंगी, ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो. हज़ारों गरीबों को रोजाना मुफ्त भोजन वितरित किया जाता है.
कर्बला मैदान में ताजिया दफनाने की परंपरा सैकड़ों वर्षों पुरानी : आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक सहयोग और समरसता का भी प्रतीक है. कर्बला मैदान में ताजिया दफनाने की परंपरा सैकड़ों वर्षों पुरानी है. दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर, शास्त्री पार्क, जामा मस्जिद, पुरानी दिल्ली, बाबरपुर, और शाहदरा समेत 50 से ज्यादा इलाकों से ताजिये लाकर कर्बला में दफनाए जाते हैं. इन ताजियों को लकड़ी, बांस और कागज से सजाया जाता है, जो पूरी आस्था और शांति के साथ मैदान में पहुंचाए जाते हैं.
दिल्ली नगर निगम की टीम सफाई के विशेष इंतजाम : हर साल की तरह इस बार भी कर्बला मैदान में लोगों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है.आयोजन समिति ने अपील की है कि लोग शांतिपूर्ण ढंग से परंपराओं का निर्वहन करें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें. आयोजकों ने बताया कि कर्बला मैदान और उसके आस-पास साफ-सफाई के विशेष इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली नगर निगम की टीम लगातार इलाके की सफाई और जल व्यवस्था पर नजर रखे हुए है.
इमाम हुसैन की कुर्बानी को किया जाता है याद : मोहर्रम के अवसर पर कर्बला का यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि यह देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल भी पेश करता है, जहां लोग एक साथ मिलकर इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करते हैं और इंसानियत, सच्चाई और सब्र का संदेश फैलाते हैं.
मोहर्रम को लेकर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी : अशूरा के दिन ताजिया जुलूस सुबह से ही निकलने शुरू हो जाएंगे और शाम तक उन्हें कर्बला मैदान में दफन किया जाएगा. भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात को सुचारू रखने के लिए दिल्ली पुलिस की ओर से अलग से ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की गई है.
जोरबाग के कर्बला मैदान में आयोजन को ऐतिहासिक मनाने की तैयारी : कर्बला मैदान में इस बार अधिक संख्या को देखते हुए हेल्थ डेस्क, मोबाइल टॉयलेट और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भी लगाए गए हैं. आयोजन समिति और प्रशासन मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो.कुल मिलाकर दिल्ली के जोरबाग स्थित कर्बला मैदान में मोहर्रम को लेकर तैयारियां अपने चरम पर हैं और यह आयोजन आने वाले दिनों में राजधानी की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का एक और सुंदर अध्याय लिखेगा. ऐसा आयोजकों को उम्मीद है.