दिल्ली के दक्षिणी जिले के नेब सराय थाने की टीम ने चार वर्षीय बच्ची के अपहरण का मामला सुलझाते हुए दो दिहाड़ी मजदूरों को गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान नसरीन ओर रमाशंकर के रूप में की गई है. बच्ची को तुगलकाबाद इलाके से बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया है. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है.

एडिशनल डीसीपी सुमित झा ने बताया कि बीते 29 जून की शाम करीब 7 बजे पुलिस को पीसीआर कॉल मिली थी कि संगम विहार के चर्च कॉलोनी से चार साल की बच्ची लापता है. बच्ची करीब शाम छह बजे घर से मार्केट अकेले निकली थी, जिसके बाद वह वापस नहीं लौटी. इसपर नेब सराय थाने की टीम ने मामला दर्ज कर आगे के जांच शुरू की और कई टीमों का गठन किया गया. इस दौरान घटनास्थल ओर आसपास के इलाकों में लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की जांच भी की गई. सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान ऑटो में शनि बाजार रोड पर एक महिला लापता बच्ची के साथ बैठती हुई दिखाई दी. उसके साथ 40-45 वर्षीय पुरुष भी जाता हुआ नजर आया.

निशानदेही पर बच्ची को किया बरामद: एडिशनल डीसीपी ने आगे बताया, हमारे पास फोटो के अलावा कोई अन्य लीड नहीं थी. इस दौरान आरडब्ल्यूए-एमडब्ल्यूए, रेहड़ी-पटरी और दुकानदारों को महिला और पुरुष की तस्वीर दिखाकर उनसे पूछताछ की गई. देर रात करीब 10 बजे स्थानीय निवासी ने पुरुष की पहचान रमांशकर के रूप में की. वह संगम विहार इलाके के रहने वाला था. इसके बाद पुलिस रमाशंकर के घर पहुंची और उसे कस्टडी में ले लिया. पूछताछ में उसने बताया कि बच्ची को नसरीन नामक महिला ने अपने तुगलकाबाद स्थित आवास पर रखा है. रमाशंकर की निशानदेही पर पुलिस ने बच्ची को बरामद कर नसरीन को गिरफ्तार कर लिया.

मामले में पूछताछ जारी: एडीसीपी ने बतााया, बच्ची को ले जाने का कोई मुख्य कारण अभी तक सामने नहीं आया है. हालांकि आशंका है कि नसरीन ने बच्ची की चाहत में ये गलत कदम उठाया क्योंकि उसके दो बेटे है और कोई बच्ची नहीं है. हालांकि दोनों से लगातार पूछताछ जारी है. बच्ची के परिजन संगम विहार इलाके में रहते हैं और मूल रूप से झारखंड के निवासी हैं. दिल्ली पुलिस अभी भी जांच कर रही है कि बच्ची को उठाकर ले जाने का क्या उद्देश्य था. आरोपी रमाशंकर ओर नसरीन दिहाड़ी मजदूर हैं और वो पेंटिंग का काम करते है .संगम बिहार के एक मकान में दोनों की मुलाकात हुई थी वहीं से वो एक दूसरे को जानते है. अब तक की जांच में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामले तक सामने नहीं आया है, हालांकि पुलिस इस दृष्टिकोण से भी जांच कर रही है.