बॉलीवुड में अपनी रोमांटिक छवि के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता इमरान हाशमी आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं। 2003 से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले इमरान ने अपने दो दशकों के करियर में बहुत सी हिट फिल्में दीं हैं। 24 मार्च 1979 को एक मुस्लिम परिवार में जन्में इमरान हाशमी ने वैसे तो 'मर्डर', 'वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई' जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया है, लेकिन उन्हें इंडस्ट्री में एक सीरियल किसर के रूप में जाना जाता है। हालांकि, अब वह इस टैग से परेशान हैं और इस टैग को खत्म करने के लिए उन्होंने कई फिल्में भी की, लेकिन आज भी उन्हें सीरियल किसर के नाम से ही जाना जाता है। चलिए आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनसुने किस्से बताने जा रहे हैं।

बनना नहीं था एक्टर, फिर कैसे अभिनय में आए
अपने हर रोल को परफेक्शन के साथ पर्दे पर उतारने वाले इमरान हाशमी ने अपनी रोमांटिक छवि से उबरने के लिए कई एक्शन फिल्में भी कीं। अपने इन रोल्स को भी उन्होंने बखूबी निभाया, लेकिन क्या आप जानते हैं ये दमदार एक्टर कभी भी एक्टिंग की इस रंगीन दुनिया में कदम नहीं रखना चाहता था। वह इस फील्ड में अचानक ही आ गए थे। कम उम्र में ही उन्हें सिनेमा की दुनिया की बातें और काम काज सीखने को मिलने लगे थे।

फिल्मी परिवार इमरान के एक्टर बनने की वजह
2019 में अपनी फिल्म चेहरे की शूटिंग के दौरान जब इमरान हाशमी ने सह-कलाकार अमिताभ बच्चन के साथ अपना पहला दृश्य शूट किया तो उन्हें एहसास हुआ कि दिग्गज अभिनेता और उनका एक पुराना संबंध है- उनकी दादी, अभिनेता पूर्णिमा दास वर्मा। इमरान की दादी भी एक्ट्रेस रह चुकी थीं। 1973 की फिल्म जंजीर में उनकी दादी ने अमिताभ की मां की एक छोटी सी भूमिका निभाई थी।

कैमरे के सामने आने से डरते थे इमरान
कैमरे के सामने हजारों बार दिखाई दे चुके इमरान हाशमी को किसी जमाने में कैमरे से बेहद डर लगता था। एक बातचीत के दौरान इमरान ने बताया था कि 'मुझे कैमरा फेस करने में बहुत डर लगता था।' हालांकि, अपने डर के बावजूद इमरान ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट कई एड में काम किया था, लेकिन उनके मन में लोगों के द्वारा जज किए जाने का खौफ था। इसी डर की वजह से वह यह सोचने पर मजबूर हो गए थे कि क्या अभिनय की दुनिया उनके लिए बनी है यह नहीं।

पहली फिल्म से निकाले गए थे इमरान
इमरान ने साल 2003 में 'फुटपाथ' से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी। हालांकि, उनके प्रशंसक यह नहीं जानते होंगे कि वह 2001 में ही 'ये जिंदगी का सफर' नाम कि फिल्म से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने वाले थे, लेकिन इस फिल्म से उन्हें मेकर्स ने निकाल दिया था। वजह थी इमरान का खराब व्यवहार और खराब एक्टिंग, फिल्म से निकाले जाने के बाद इमरान ने भी गुस्से में एक्टर बनने की ठान ली और दो साल बाद उन्हें बड़े पर्दे पर अपने अभिनय का जादू बिखेरने का मौका तो मिला, लेकिन दर्शकों से उन्हें प्यार नहीं मिल पाया और उनकी डेब्यू फिल्म 'फुटपाथ' फ्लॉप रही। यही कारण था कि फिल्म फ्लॉप होने बाद उन्होंने अपने नाम की स्पेलिंग बदल ली थी।  

यहां से शुरू हुआ हिट फिल्मों का सिलसिला
पहली फिल्म में एक सीन करने के इमरान को 40 टेक लेने पड़े थे। एक फ्लॉप फिल्म करने के बाद इमरान हाशमी की लॉटरी लग गई। इसके बाद उन्होंने 'मर्डर', 'जहर', 'आशिक बनाया आपने','गैंगस्टर' और 'आवारापन' जैसी हिट फिल्मों की झड़ी लगा दी। 2010 तक इमरान दर्शकों के बीच एक सेंसेशन बन गए, जिन्हें उनके हिट गानों के लिए भी जाना जाता था। उनके ये रोमांटिक गाने सभी की जुबान पर चढ़ गए और इनकी वजह से उनकी फैन फॉलोइंग में भारी बढ़ोतरी हुई।

ऐसे मिला सीरियल किसर का टैग
साल 2010 तक इमरान हाशमी को एक रोमांटिक हीरो की छवि मिल चुकी थी, लेकिन 2012 में अभिनेत्री ईशा गुप्ता के साथ आई उनकी फिल्म 'राज 3' ने उन्हें एक अलग ही टैग से नवाजा। इस फिल्म में उन्होंने सबसे लंबे किसिंग सीन्स दिए थे, जिसके कारण उन्हें बॉलीवुड में 'सीरियल किसर' के नाम से जाना जाने लगा।