रायपुर: प्रदेश में कस्टम मिलिंग और रेल नीर घोटाले में ईडी की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले होटल कारोबारी के ठिकानों पर छापा मारा है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विजय अग्रवाल के ठिकानों पर मंगलवार को छापा मारा। साथ ही दुर्ग स्थित दीपक नगर में उनके निवास और होटल सागर इंटरनेशनल सहित कई परिसरों में सुबह करीब 6 बजे ईडी की टीम ने दबिश दी।

यह कार्रवाई कस्टम मिलिंग घोटाले और रेल नीर घोटाले से जुड़ी जांच के सिलसिले में की गई है। ईडी की टीम तीन इनोवा गाड़ियों में पहुंची थी, जिनके साथ केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के जवान भी मौजूद थे। दोपहर 12:30 बजे एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी जांच में शामिल हुए।

सरकारी अधिकारियों के साथ साठगांठ
ईडी ने विजय अग्रवाल के चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी पूछताछ के लिए तलब किया है। प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई को कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोपित राइस मिलर्स एसोसिएशन अध्यक्ष कैलाश रूंगटा और कारोबारी पप्पू बंसल के साथ विजय अग्रवाल के संबंधों से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि सरकारी अधिकारियों के साथ साठगांठ की जानकारी मिलने के बाद ईडी की टीम ने यह कार्रवाई की।

दिल्ली से 15 करोड़ रुपये नकद मिलने की चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, दुर्ग में हुई कार्रवाई में ईडी को करीब 70 लाख रुपये नकद मिले हैं, जबकि विजय अग्रवाल के बड़े भाई शरण अग्रवाल के दिल्ली के महारानी बाग स्थित आवास पर छापे के दौरान करीब 15 करोड़ रुपये नकदी मिलने की चर्चा है।

गौरतलब है कि विजय अग्रवाल का नाम पहले रेल नीर घोटाले में सामने आ चुका है। वे भिलाई के एक बड़े रेलवे ठेकेदार भी हैं। उनके परिवार की रायपुर में फाइव स्टार होटल ‘कोर्टयार्ड मैरियट’ में भी हिस्सेदारी है। चर्चा है कि उनकी कई फर्में विभिन्न नामों से पंजीकृत हैं, जिनमें उनके अन्य परिजन भी कारोबारी में शामिल हैं।