बियर नस्टीकरण का मामला गूंज सकता है विधानसभा ......
डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर और अधीनस्थ एडीओ और सब इंस्पेक्टर मामले में हो सकते हैं दोषी
पंकज सिंह भदौरिया
छत्तीसगढ़ से कैसे पहुंची सोम कंपनी तक एक्सपायरी बियर किसने किये हस्ताक्षर किसने दी अनुमति कैसे हो गई 55000 पेटी नष्ट कौन से अफसर इस गोरख धंधे में है. सब इंस्पेक्टर, एडीओ, असिस्टेंट कमिश्नर वंदना पांडे, डिप्टी कमिश्नर धनोरा जी या फिर कोई और है ,मामला 13 करोड़ का है* बात यहां खत्म नहीं होती 9 से 10 महीने में एक्सपायरी बियर कौन सी दुकानों पर रखकर बेची गई और किन लोगों ने इसका सेवन किया. आबकारी आयुक्त की बगैर अनुमति कैसे पहुंच गई छत्तीसगढ़ से मध्य प्रदेश की सम कंपनी में एक्सपायरी बियर. आश्चर्य की बात है आबकारी आयुक्त स्वयं पत्र के माध्यम से कह चुकी हैं की उनके बगैर एनओसी के *कैसे इतनी भारी मात्रा में शराब सोम कंपनी तक आ गई.
यह सभी बातें अगर सही है तो मामला और भी गंभीर है क्योंकि यह बियर चोरी करके लाई गई साबित हो जाती है. परिवहन करने वाले वाहन लोड अनलोड करने वाले व्यक्ति इस बियर को एमपी तक लाने में सहयोग करने वाले अधिकारी एवं इसके नस्टीकरण में शामिल समस्त अधिकारी इस गंभीर मामले में जांच के घेरे में फंस सकते हैं.
डिप्टी कमिश्नर से पत्र के माध्यम से पूछे गए मुख्य सवाल?
आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर धनोराजी से पूछे गए सवाल इन सवालों के जवाब से शराब नाशक्तिकरण के मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा अब देखना यह है कि डिप्टी कमिश्नर महोदय कब तक देंगे इन सवालों के जवाब.
(१) दिनांक 21 जनवरी 2025 को सोम ब्रेवरी रोजराचक जिला रायसेन में आबकारी विभाग द्वारा नष्टीकरण कार्यवाही के दौरान नष्ट की गई 54090 पेटी शराब की नष्टीकरण कार्यवाही की संपूर्ण वीडियोग्राफी
(२) उक्त नष्टीकरण कार्यवाही की नोट शीट एवं नष्टीकरण ऑर्डर की सत्यापित छाया प्रति
(३) उक्त नष्टीकरण कार्यवाही हेतु समिति गठन संबंधी आदेश की सत्यापित छाया प्रति
(४) उक्त नष्टीकरण कार्यवाही पंचनामो की सत्यापित छाया प्रति
(५) दिनांक 21 जनवरी 2025 को प्रात: 9:00 बजे से लेकर नष्टीकरण कार्यवाही संपन्न होने तक नष्टीकरण एरिया एवं ब्रेवरी के एंट्रेंस गेट में लगे सीसीटीवी डिजिटल फुटेज की सत्यापित कॉपी ।
विशेष नोट जरूर पढ़े
विशेष नोट- भारत के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत जब आबकारी आयुक्त थे तब वंदना सक्सेना (पांडे), जिला आबकारी अधिकारी को दतिया में नंबर दो कि शराब और नंबर दो के डोडा लाइसेंस पर संलग्न मानते हुए ""नॉट फिट फार फील्ड पोस्टिंग" लिखकर पद- स्थापना नहीं दी थी, आपको यह जानकर खुशी होगी कि ओपी रावत जैसे ईमानदार मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने जिसे फील्ड पोस्टिंग के लायक नहीं समझा वह वर्तमान में रायसेन जिले की प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त है जहां सोम डिस्टलरी एवं सोम बेवरेज नाम की दो शराब फैक्ट्रियां हैं ।तथा प्रदेश में कम से कम 10 जिलों को शराब सप्लाई होती है।