नई दिल्ली। कई लोगों के पास ऐसी कॉल आ रही हैं, जिनमें कहा जाता है कि दूरसंचार विभाग उनके मोबाइल नंबर डिसकनेक्ट कर देगा। कुछ मामलों में यह धमकी भी दी जाती है कि उनके मोबाइल नंबर का अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल होता पाया गया है। इसे देखते हुए दूरसंचार विभाग ने अडवाइजरी जारी कर लोगों से सतर्क रहने को कहा है। विभाग ने साफ किया है कि वह ऐसी कॉल नहीं करता है। विभाग ने फॉरेन ओरिजिन मोबाइल नंबरों से आने वाली वट्सऐप कॉल्स से भी सतर्क रहने को कहा है, जिनमें फर्जीवाड़ा करने वाले लोग खुद को सरकारी अधिकारी बताते हैं। दूरसंचार विभाग ने कहा है, साइबर क्रिमिनल ऐसी कॉल के जरिए साइबर क्राइम और फाइनैंशल फ्रॉड करने के लिए लोगों की पर्सनल इन्फर्मेशन हासिल करने और उन्हें धमकाने की कोशिश करते हैं। दूरसंचार विभाग या टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (टीआरएआई) ने किसी को अधिकृत नहीं किया है कि वह उनकी ओर से ऐसी कॉल करे। विभाग ने बताया कि इस साल 30 अप्रैल के बाद संदिग्ध पाए गए 10,834 मोबाइल नंबरों का टेलिकॉम कंपनियों से री-वेरिफिकेशन कराया गया है, जिनमें री-वेरिफिकेशन नहीं होने पर 8,772 मोबाइल नंबर बंद कर दिए गए। इसके अलावा साइबर क्राइम और फाइनैंशल फ्रॉड में शामिल रहे 1.86 लाख मोबाइल हैंडसेट्स को ब्लॉक किया गया।